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How To Maintain Relationship In Hindi

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How To Maintain Relationship In Hindi

इस लेख में मानव जीवन के अनेक रिश्तों को निभाने, बनाने और बचाने के लिए कुछ उपयोगी उपाए बताए जा रहे हैं। इनकी सहायता से सारे रिश्तों को टूटने से बचाया जा सकता है। How To Maintain Relationship In Hindi

Rishton ko kaise nibhain…

हमेशा कहा जाता है कि, अपने तो अपने होते हैं. भले ही आप कितना भी किसी पर भरोसा कीजिए आप अंत में ये पाएँगे कि, आपकी Help हमेशा आपके घर वालों ने ही की होगी लेकिन जब भी Relatives की बात आती है तो सभी रिश्तेदार पीछे खड़े हो जाते हैं. अगर आपको मेरी बात का भरोसा नहीं तो आप अपने परिवार की किसी भी शादी की Album उठा कर देख लीजिए सब रिश्तेदार आपको पीछे खड़े मिलेंगे.

खैर ये तो सिर्फ एक मज़ाक ही बात थी. लेकिन Real Life में भी कभी-कभी कुछ रिश्तेदार हमारे साथ कुछ गलत कर ही देते हैं जिस से हमारी सभी Relatives के प्रति एक जैसी Thinking हो जाती है. हम ये सोचने लगते हैं कि, सभी रिश्तेदार एक जैसे होते हैं और अपना उल्लू सीधा करते हैं. काम निकल जाने के बाद सब भूल जाते हैं. बस यहीं से शुरुआत होती है रिश्तों में ज़हर घुलने की…

कहते हैं, दुनिया सिर्फ दो लोगों से शुरू हुई तो कहीं न कहीं हम सब भी एक-दूसरे से Connected हैं. फिर भी हम एक-दूसरे के प्रति गलत भावना रखते हैं. मैं यहाँ कुछ Mistakes बताना चाहता हूँ जो एक रिश्ते को ख़तम करने में बड़ी भूमिका निभाती हैं.

Rude And Insulting Nature:

बड़े लोग कहते हैं कि, शब्दों में वज़न होता है और जब कोई Family में कछ गलत शब्द बोलता है तो वही शब्द चोट भी पहुँचाते हैं Hurt करते हैं. Family को ही हमेशा से हम सब अपनी First Priority मानते हैं और Family भी हमारे सभी कामों में हमारा साथ देती है. Negative शब्दों से Family में Distance होने लगता है और लोग एक-दूसरे से बात भी करना पसंद नहीं करते. कुछ लोग मजाक-मजाक में किसी को कुछ भी बोल देते है, भले ही सामने वाला कुछ आपको बोले न लेकिन वो आपकी बात को दिल से लगा ही लेता है और Distance Maintain करने की कोशिश करने लगता है.

ऐसी Situation में आपको अपने शब्द तोल कर बोलने चाहिए. शब्द अनमोल हैं याद रखिए जीभ का वज़न मुश्किल से 100 Gram भी नहीं होता लेकिन इसे सम्भालना बहुत कठिन काम है.

Backbiting:

किसी तीसरे के बारे में बात करना आपके लिए बहुत ही गलत साबित हो सकता है. चाणक्य ने कहा है कि, अपना रहस्य Secret किसी को न बताएँ यह आपको नष्ट कर देगा. वैसे तो ऐसा कोई काम ही नहीं करना चाहिए जिसे किसी से छुपाने की जरुरत पड़े लेकिन यदि ऐसा होता है तो आपको अपना Secret अपने आप तक ही रखना चाहिए और किसी से Disclose नहीं करना चाहिए,

हाँ लेकिन यदि ऐसी कोई बात है तो सबसे पहले Family में ही किसी को बताएँ क्योंकि कोई और उस बात को मिर्च-मसाला लगा कर Remix तरीके से बताए उस से पहले आप ही अपनी गलती स्वीकार कर लें उस से आपको किसी से डरने की भी कोई जरुरत नहीं होगी. लेकिन अगर आप पर भरोसा कर के कोई आपको अपना Secret बता दे या आपको किसी का Secret पता चल भी जाए तो भलाई इसी में है कि, वो Secret किसी को न बताएँ किसी का भरोसा तोड़ना भी सही नहीं.

Lies:

झूठ किसी भी रिश्ते को तोड़ने के लिए सबसे अधिक Responsible है क्योंकि किसी भी रिश्ते की नींव झूठ पर नहीं रखी जा सकती और जो रिश्ता झूठ पर टिका होता है वो ज्यादा समय तक नहीं टिक सकता. यही कारण है जब दो बहुत पुराने दोस्त मिलते हैं तो उनकी आँखों में आँसू आ जाते हैं क्योंकि भरोसा बड़ी चीज़ है इसे हासिल करने में बहुत समय लगता है और गँवाने में केवल एक झूठ. कोशिश करें कि, रिश्तों में झूठ ना बोलें, क्योंकि झूठ से रिश्तों में खटास आ जाती है और जो रस्सी एक बार टूट जाती है तो दोबारा से जोड़ने पर वो छोटी हो जाती है.

Accept Your Fault And Differences: How To Maintain Relationship

जो बच्चे एक ही Parents के द्वारा एक ही Family में जन्म लेते हैं, एक ही तरह के माहौल में रहते हैं और एक ही तरह की Education लेते हैं फिर भी वे सभी एक जैसे नहीं होते.. इस से साफ़-साफ़ पता चलता है कि, हम सभी Different हैं. हमारा Behaviour भी Different है. कोई अगर Maths में Intelligent है तो कोई English में है इसी तरह से भी सभी लोग एक-दूसरे से Different हैं और हमें इस Difference को Accept भी करना होगा. गलती न मानने वाला कभी न कभी अपने आप पछताता जरूर है. ऐसे ही छोटी-छोटी Misunderstanding का शिकार हो कर रिश्ते टूट जाते हैं. छोटी सी भूल पर न छोड़ किसी अपने का दामन, जिंदगी बीत जाती है किसी को अपना बनाते-बनाते.

इस लिए भले ही जिंदगी लम्बी लगती हो लेकिन रिश्ते निभाने के लिए छोटी पड़ जाती है. ज़िन्दगी में रिश्ते कितने हैं ये मायने नहीं रखता बल्कि उन रिश्तों में जिंदगी कितनी है ये जरूर मायने रखता है और किसी ने कहा भी है कि, जिंदगी लम्बी नहीं बड़ी होनी चाहिए.

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