Blessing Quotes From Guru Granth Sahib in Hindi and English

Blessing Quotes From Guru Granth Sahib in Hindi and English
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Blessing Quotes From Guru Granth Sahib in Hindi and EnglishBlessing Quotes From Guru Granth Sahib in Hindi and English

सिक्ख धर्म की स्थापना गुरु नानक देव जी ने की, ये सिक्खों के पहले गुरु थे, इनका जन्म 1469  में तलवंडी नामक जगह पर हुआ जो कि, अब लाहौर, Pakistan में है और इनकी मृत्यु 1539 में हुई। इन्होंने दुनिया को बताया कि, सभी मनुष्य एक समान हैं, गुरु नानक देव जी ने Amritsar में वरदान दिया था कि, यहाँ कोई भी भूख से नहीं मरेगा और उस समय से आज तक अमृतसर में कोई भूख से नहीं मरा। Blessing Quotes From Guru Granth Sahib

Burn worldly love,

rub the ashes and make ink of it,

make the heart the pen,

the intellect the writer,

write that which has no end or limit.

सांसारिक प्रेम को जला कर राख कर दो,

उसकी राख से श्याही बना लो,

अपने हृदय को कलम,

बुद्धि को लेखक,

और कुछ ऐसा लिखो जिसका कोई अंत नहीं, जो अमिट हो,

Guru Granth Sahib Quotes

He who has no faith in himself can never have faith in God.
जिसे स्वयं पर भरोसा नहीं वह ईश्वर पर भी भरोसा नहीं कर सकता.

Blessing Quotes From GuruOne who conquer one’s mind can conquer the world.
जिसने अपनी बुद्धि पर नियंत्रण कर लिया उसने संसार को जीत लिया।

One who has loved are your Who have found God.
जिसने भी प्रेम किया है, उसने ईश्वर को पाया है।

Even Kings and emperors with heaps of wealth and vast dominion cannot compare with an ant filled with the love of God.
राजा अपनी ढेर सारी दौलत और अपने साम्राज्य की तुलना उस चींटी से भी नहीं कर सकता जिसके हृदय में ईश्वर वास करता है.

Before becoming a Muslim, a Hindu, a Sikh or a Christian, Lets become the Human first.
एक मुसलमान, हिन्दू, सिख या ईसाई बनने से पहले हम सब को एक अच्छा व्यक्ति बनना चाहिए।

The world is a drama, staged in a dream.

संसार एक भ्रम है, सपना में ही रहना ठीक है.

Guru Granth Sahib Blessing Quotes in Hindi and English

While trying to please other You will not accomplish anything.
किसी को खुश करने की कोशिश में आप अपना बहुत कुछ खो बैठोगे।

Speak only that which will bring you honor.
अपने शब्दों को तब ही बोलिए जब उन से आपका सम्मान बढ़े.

What should the yogi have to fear? Trees, plants, and all that is inside and outside, is He Himself.
एक साधु को भला किसका डर? पेड़, पौधों और जो अंदर बाहर है वह ईश्वर ही है।

He who lowers his mind to the dust of all men’s feet, Sees the Name of God enshrined in every heart.
जो मनुष्य अपना हृदय लोगों के चरणों मे रखता है, वह ईश्वर को सभी के दिलों में देख सकता है।

He Himself makes the mortals anxious, and He Himself takes the anxiety away.
वह ही सबको चिंतन में ले जाता है और वह ही सबको चिंता से बाहर भी निकलता है.

Be a warrior not worrior.
एक योद्धा बनिए चिंतित व्यक्ति नहीं।

Pray not because You need something But You have a lot to be thankful for.
प्रार्थना इसलिए मत कीजिए क्योंकि आपको कुछ चाहिए, इसलिए कीजिए क्योंकि आपके पास ईश्वर का दिया हुआ बहुत कुछ है.

I was asked What have you gained by meditation, i Replied nothing, However let me tell You What have I lost, anxiety, anger, insecurity, depression, fear of old age and Death.
एक बार किसी ने पूछा कि, आपको ईश्वर में ध्यान लगाकर क्या प्राप्त हुआ?, मैंने कहा कुछ भी नहीं, लेकिन मैंने बहुत कुछ खो दिया जैसे… डर, अहंकार, चिंता, भय, आयु का भय और मृत्यु का भी।

In this field of karma You will have to reap What You sow.
इस कर्म भूमि में जो जैसा बोएगा वह वैसा ही कटेगा.

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